Bajrang Ban Nonstop 21 times | बजरंगबाण 21 बार पाठ | Shree Hanuman Chalisa | #NonstopMadhavBhajan

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Мистическое поражение шепотом всех душ
Bajrang Ban Nonstop 21 times | बजरंगबाण 21 बार पाठ | Shree Hanuman Chalisa | #NonstopMadhavBhajan Bajrang Baan: बजरंग बाण जय हनुमन्त संत हितकारी। सुन लीजै प्रभु अरज हमारी दोहा निश्चय प्रेम प्रतीत ते, विनय करें सनमान ॥ तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान ॥ चौपाई जय हनुमंत संत हितकारी ॥ सुन लीजै प्रभु अरज हमारी ॥1॥ जन के काज विलम्ब न कीजै ॥ आतुर दौरि महा सुख दीजै ॥2॥ जैसे कूदि सुन्धु वहि पारा ॥ सुरसा बद पैठि विस्तारा ॥3॥ आगे जाई लंकिनी रोका ॥ मारेहु लात गई सुर लोका ॥4॥ जाय विभीषण को सुख दीन्हा ॥ सीता निरखि परम पद लीन्हा ॥5॥ बाग उजारी सिंधु महं बोरा ॥ अति आतुर जमकातर तोरा ॥6॥ अक्षय कुमार मारि संहारा ॥ लूम लपेट लंक को जारा ॥7॥ लाह समान लंक जरि गई ॥ जय जय धुनि सुरपुर में भई ॥8॥ अब विलम्ब केहि कारण स्वामी ॥ कृपा करहु उन अन्तर्यामी ॥9॥ जय जय लक्ष्मण प्राण के दाता ॥ आतुर होय दुख हरहु निपाता ॥10॥ जै गिरिधर जै जै सुखसागर ॥ सुर समूह समरथ भटनागर ॥11॥ जय हनु हनु हनुमंत हठीले ॥ बैरिहि मारु बज्र की कीले ॥12॥ गदा बज्र लै बैरिहिं मारो ॥ महाराज प्रभु दास उबारो ॥13॥ ॐ कार हुंकार महाप्रभु धावो ॥ बज्र गदा हनु विलम्ब न लावो ॥14॥ ॐ ह्नीं ह्नीं ह्नीं हनुमंत कपीसा ॥ ॐ हुं हुं हनु अरि उर शीशा ॥15॥ सत्य होहु हरि शपथ पाय के ॥ रामदूत धरु मारु जाय के ॥16॥ जय जय जय हनुमंत अगाधा ॥ दुःख पावत जन केहि अपराधा ॥17॥ पूजा जप तप नेम अचारा ॥ नहिं जानत हौं दास तुम्हारा ॥18॥ वन उपवन, मग गिरि गृह माहीं ॥ तुम्हरे बल हम डरपत नाहीं ॥19॥ पांय परों कर जोरि मनावौं ॥ यहि अवसर अब केहि गोहरावौं ॥20॥ जय अंजनि कुमार बलवन्ता ॥ शंकर सुवन वीर हनुमंता ॥21॥ बदन कराल काल कुल घालक ॥ राम सहाय सदा...

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